
उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी एक बड़ी रणनीतिक तैयारी में जुट गई है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी अपने मौजूदा विधायकों के कामकाज की इंटरनल रिव्यू प्रक्रिया शुरू कर चुकी है, जिसका मकसद है – “कमजोर पर पेंच कसो, नए चेहरों को मौका दो!”
A, B, C कैटेगरी में होंगे विधायक – रिपोर्ट कार्ड तैयार!
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ने अपने विधायकों को 3 कैटेगरी में बांटने का प्लान बनाया है:
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A श्रेणी: मजबूत पकड़, लोकप्रियता, अच्छा प्रदर्शन
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B श्रेणी: औसत कार्य, सुधार की जरूरत
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C श्रेणी: कमजोर पकड़, नकारात्मक छवि
इसके अलावा, क्षेत्र में विकास कार्य, निधि उपयोग और जनसंवाद का भी ऑडिट किया जाएगा।
कहां से शुरू होगा सर्वे?
पहले फेज में पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी के विधायकों पर नजर है। उसके बाद काशी, अवध, बृज जैसे क्षेत्रों में सर्वे टीम एक्टिव होगी। पार्टी इस प्रक्रिया में जिलाध्यक्ष, सांसद, क्षेत्रीय अध्यक्ष और जिला प्रभारी की राय भी ले रही है।
100 विधायकों की छुट्टी तय?
पार्टी सूत्रों का दावा है कि 2027 में बीजेपी करीब 100 मौजूदा विधायकों के टिकट काट सकती है। इसमें से 70-80 सीटों पर नए चेहरे मैदान में उतर सकते हैं। कुछ सीटों पर विधायक की अदला-बदली भी संभव है।

कैसे तय होंगे उम्मीदवार?
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लोकल रिपोर्ट और ग्राउंड सर्वे
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तीन संभावित नामों की लिस्ट बनाना
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जातीय संतुलन और स्थानीय समीकरणों का ध्यान
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आला कमान द्वारा फाइनल मुहर
विवादित नेताओं से BJP करेगी किनारा!
इस बार पार्टी उन नेताओं से दूरी बना सकती है जिनकी छवि विवादित या कमजोर है। साफ-सुथरी छवि और स्थानीय जनाधार रखने वालों को ही मौका मिलेगा।
BJP का यह इंटर्नल ऑडिट मिशन साफ संकेत देता है – परफॉर्म या फिर तैयार हो जाओ बाहर होने के लिए। 2027 के चुनाव के लिए पार्टी कुछ भी दांव पर लगाने को तैयार है, ताकि सत्ता बरकरार रखी जा सके।
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